Trinity bible God in hindi
दोस्तों आज हम Trinity और one God के बारे में चर्चा करेंगे।बहुत लोगों के मन में सवाल आता है। क्या परमेश्वर एक है, या तीन परमेश्वर है? लोगों के मन में जिज्ञासा रहती है की आखिर Trinity क्या है? हम एक परमेश्वर पर विश्वास करते हैं। परंतु वे पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के तीन व्यक्तित्व में है। पुराना नियम में हम देखते हैं कि परमेश्वर यहोवा के नाम से जाने जाते थे, और वह एक परमेश्वर है।
वचन कहता है, हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है; व्यवस्थाविवरण 6:4 4
सो मूरतों के साम्हने बलि की हुई वस्तुओं के खाने के विषय में हम जानते हैं, कि मूरत जगत में कोई वस्तु नहीं, और एक को छोड़ और कोई परमेश्वर नहीं। 1 कुरिन्थियों 8:4
क्योंकि परमेश्वर एक ही है: और परमेश्वर और मनुष्यों के बीच में भी एक ही बिचवई है, अर्थात मसीह यीशु जो मनुष्य है। 1 तीमुथियुस 2:5
आप देख लिया की परमेश्वर एक है। परंतु उत्पत्ति अध्याय 1 वचन संख्या 26 में लिखा है। हम मनुष्य को अपने स्वरूप में बनाएं। फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा, मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है: इसलिये अब ऐसा न हो, कि वह हाथ बढ़ा कर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ के खा ले और सदा जीवित रहे। उत्पत्ति 3:22
हम बहुवचन में आता है। अर्थात ईश्वर यहां पर मनुष्य को अकेले नहीं बनाए थे। इस बात से पता चलता है कि ईश्वर भविष्य में अपना एक से ज्यादा व्यक्तित्व को दर्शाना चाहते थे। हमने जो वचन को देखा उसमें ईश्वर स्वयं को हम कह रहे हैं। इस बात से ईश्वर की व्यक्तित्व Trinity की ओर दर्शाता है। उत्पत्ति एक का एक और दो वचन पढ़ते हैं, कि ईश्वर ने आकाश और पृथ्वी को बनाया और जल के ऊपर उसका आत्मा मंडलाता था। इसमें आप परमेश्वर की दो व्यक्तित्व को देख रहे हैं। आगे हम पुत्र की व्यक्तित्व को देखेंगे।
तब मैं ने प्रभु का यह वचन सुना, मैं किस को भेंजूं, और हमारी ओर से कौन जाएगा? तब मैं ने कहा, मैं यहां हूं! मुझे भेज। यशायाह 6:8
मेरे निकट आकर इस बात को सुनो: आदि से ले कर अब तक मैं ने कोई भी बात गुप्त में नहीं कही; जब से वह हुआ तब से मैं वहां हूं। और अब प्रभु यहोवा ने और उसकी आत्मा ने मुझे भेज दिया है॥ यशायाह 48:16
यहां पर जगत में प्रभु यीशु को भेजने की बात हो रहा है। परमेश्वर कहते हैं मैं किसको भेजूं, और हमारी ओर से वचन सुनाने कौन जाएगा। यहां पर प्रभु यीशु कह रहे हैं, यहोवा और उसकी आत्मा ने मुझे भेज दिया है। इस वचन में Trinity की जिक्र हो रही है। अर्थात पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा तीन अलग अलग व्यक्तित्व है। आगे की वचन को पढ़ने से आपको ज्ञात हो जाएगा कि एक परमेश्वर का तीन व्यक्तित्व है। मत्ती लिखित सुसमाचार अध्याय तीन वचन संख्या 16 और 17 मैं देखने को मिलता है कि, ज़ब प्रभु यीशु जल से बपतिस्मा लेकर ऊपर आते हैं। तो आकाश खुल जाता है। और उसके उपर परमेश्वर की आत्मा को कबूतर कि नाईं उतरते और ठहरते देखते हैं। फिर आकाशवाणी होता है, यह मेरा प्रिय पुत्र है इस पर मैं अत्यंत प्रसन्न हूं। यहां पर पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर तीनों एक साथ प्रकट होते हैं। फिर प्रभु यीशु मत्ती लिखित सुसमाचार अध्याय 28 वचन संख्या 19 में चेलों को कहते हैं। तुम जाकर सब जाति के लोगों को चेला बनाओ और पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर बपतिस्मा दो। हम त्री एक परमेश्वर क्यों कहते हैं? क्योंकि तीन अलग अलग व्यक्तित्व होने पर भी इनका काम एक है।
इब्रानियों 1:8 फिर यहोवा परमेश्वर पुत्र से कहता है, कि हे परमेश्वर तेरा सिंहासन युगानुयुग रहेगा: तेरे राज्य का राजदण्ड न्याय का राजदण्ड है। प्रभु कहते हैं, मैं उस वचन का प्रचार करूंगा: जो यहोवा ने मुझ से कहा, तू मेरा पुत्र है, आज तू मुझ से उत्पन्न हुआ। भजन संहिता 2:7
प्रभु यीशु स्वर्ग को उठा लिए जाने से पहले पवित्र आत्मा को भेजने के बारे में कहते हैं। प्रभु स्वर्ग जाने के बाद पिता की दाहिनी ओर बैठते हैं। प्रभु यीशु का स्वर्ग जाने के बाद पेंत्तेकोस् का दिन में पवित्र आत्मा प्रेरितों के ऊपर उतरता है। पिता परमेश्वर सृष्टि को बनाया, पुत्र परमेश्वर उद्वारकर्ता है, और न्याय का सिंहासन में बैठा है। और पवित्र आत्मा के द्वारा कलीसिया का स्थापना हुआ।
प्रभु यीशु खुद पवित्र आत्मा के बारे में कहते हैं। जो कोई मनुष्य के पुत्र के विरोध में कोई बात कहे, उसका वह अपराध क्षमा किया जाएगा , परन्तु जो पवित्र आत्मा की निन्दा करे उसका अपराध क्षमा न किया जायेगा । लूका 12:10
इसका मतलब पवित्र आत्मा भी परमेश्वर है, जिसके विरोध निंदा करने से उसकी पाप क्षमा नहीं होगी। इन सारे वचनों को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा की हम एक परमेश्वर को मानते हैं, जिसका तीन व्यक्तित्व है। जिसे हम त्री एक परमेश्वर कहते हैं,वे पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम से जाने जाते हैं।
Today verses
मेरी प्रतीति करो, कि मैं पिता में हूं; और पिता मुझ में है; नहीं तो कामों ही के कारण मेरी प्रतीति करो। यूहन्ना 14:11
Pray
सर्वशक्तिमान पिता जीवित प्रभु परमेश्वर आपके चरणों में हम यह निवेदन करते हैं, जो कोई भी प्रभु आपके बारे में जानना चाहते हैं, कि आप तीन परमेश्वर हैं या एक परमेश्वर हैं। उन्हें आपका संपूर्ण ज्ञान प्रदान कीजिए। उनके हृदय को खोल दीजिए जिससे यह जान पाए कि आप एक परमेश्वर हैं, जिसका व्यक्तित्व तीन है। सर्वशक्तिमान पिता परमेश्वर आपका व्यक्तित्व तीन होने पर भी आप एक हैं। इस ज्ञान को उन लोगों को जानने के लिए प्रदान करें।
जैसे प्रभु यीशु कहते हैं, “मैं और पिता एक हैं।” यूहन्ना 10:30 । उसी प्रकार आप तीन व्यक्तित्व होने पर भी एक हैं। आपके बारे जानने के लिए लोगों को आशीष प्रदान कीजिए। जो भी आपके बारे में जानना चाहता है, उनके जीवन में काम कीजिए। उनको हर संकट से बचा के रखिए। कोरोनावायरस महामारी से उन्हें सुरक्षित रखिए। पिता पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर उन्हें शांति मिले। आमीन।
Thanks for reading continue.
I believe that Jesus is Christ and he died for my sin
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You are absolutely right.