Jesus said-नाशमान भोजन के लिये परिश्रम न करो
Jesus Christ के नाम से नमस्कार, ईश्वर की सृष्टि में मनुष्य एकमात्र ऐसा प्राणी है, जो बात कर सकता है। अपना सुख दुख को बांट सकता है। अपनी इच्छा के अनुसार जी सकता है। स्वादिष्ट भोजन बना के खा सकता है। एक तरह से देखा जाए तो मानव एक बुद्धिमान प्राणी है। ज्यादातर देखा जाए तो लोग हमेशा दो प्रकार की चिंता करते है।