यीशु की प्रेम-Love of jesus

यीशु की प्रेम Love of jesus

पहले के जमाने में राजा-महाराजाओं का शासन चलता था। राजा की आज्ञाओं को जो नहीं मानता था, उसे मृत्यु दण्ड दिया जाता था। परंतु आज हम राजाओं की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि सारी सृष्टि के बादशाह की बात कर रहे हैं। उसने दंड की घोषणा नहीं, बल्कि प्रेम की है। लोग राजा की  आज्ञाओं को भय के कारण मानते थे। परंतु प्रभु यीशु भय दिखाकर नहीं, बल्कि प्रेम के साथ आज्ञाओं को मानने के लिए कहा है।

Today Bible verses

यूहन्ना 14:21 के वचन में प्रभु कहते हैं, जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा।

प्रभु की आज्ञा को मानने का अर्थ पाप से दूर रहना होता है। पाप से दूर रहने का मतलब प्रभु की शिक्षा पर चलते हैं। प्रभु की शिक्षा पर चलने का मतलब प्रभु से प्रेम रखते हैं। जो लोग प्रभु से प्रेम रखते हैं,  उनको पिता प्रेम करता है। और प्रभु कहते हैं, मैं भी उसे प्रेम करुंगा, करुणा करुंगा, आशीष प्रदान करूंगा, अपनी सामर्थ उनको प्रदान करूंगा।

यहुदा जो इस्करियोती  न था, पुछा हे प्रभु, क्या कारण है, जो संसार पर नहीं, बल्कि खुद को हम पर प्रकट करना चाहते हैं। यहुदा इसका मतलब जानना चाहता था।

यूहन्ना 14:23 में यीशु ने उस को उत्तर दिया, यदि कोई मुझ से प्रेम रखे, तो वह मेरे वचन को मानेगा, और मेरा पिता उस से प्रेम रखेगा, और हम उसके पास आएंगे, और उसके साथ वास करेंगे।

देखिए भैया एक अच्छे पुत्र पुत्रियां बनने के लिए माता-पिता की आज्ञाओं को मानना पड़ता है। उनके वचन को सुनना पड़ता है। उनके इच्छा के अनुसार चलना पड़ता है। अगर आप एक आज्ञाकारी बच्चे बनते हैं, तो माता-पिता का प्यार बढ़ जाता। वैसे ही जो लोग परमेश्वर की आज्ञा को मान कर चलते हैं,उनको ईश्वर प्रेम करता है, और उसके हृदय में वे आकर निवास करते हैं।

यूहन्ना 14: 24 में लिखा है, जो मुझ से प्रेम नहीं रखता, वह मेरे वचन नहीं मानता, और जो वचन तुम सुनते हो, वह मेरा नहीं वरन पिता का है, जिस ने मुझे भेजा।

जब एक बच्चा अपने माता-पिता की इच्छा के अनुसार न चले, तो माता-पिता को भी अच्छा नहीं लगता है। जब प्रभु की आज्ञाओं को आप नहीं मानेंगे, तब परमेश्वर को भी अच्छा नहीं लगेगा। परमेश्वर को भी दुख लगता है। प्रभु कहते हैं, जो मेरा वचन को नहीं मानता वह पिता ईश्वर की वचन को नहीं मानता।

परमेश्वर की आज्ञा को मानने का अर्थ, उनकी आराधना करनी चाहिए। उनके उपदेश को ग्रहण करना चाहिए। उनके शिक्षा के अनुसार चलना चाहिए। बहुत बार देखने को मिलता है कि लोग परमेश्वर की आज्ञा को कम महत्वपूर्ण समझते हैं, और संसार की बातों में ध्यान लगाते हैं। उनको यह बात समझना चाहिए कि परमेश्वर के इच्छा के बिना पत्ता भी नहीं हिलता। पाप से प्रेम रखने के बाद लोग हमेशा सृष्टि के खिलाफ जाकर परमेश्वर से दूर चले जाते हैं। इसलिए पाप से नाता तोड कर परमेश्वर से प्रेम करें।

Pray

धन्यवाद प्रिय प्रभु यीशु, क्योंकि आपका प्रेम सच्चा है। आपने इस संसार के लोगों को जान से भी ज्यादा प्रेम किया। आप ने लोगों को प्रेम करके बता दिया कि सच्चा प्रेम में जान भी कुर्बान हो जाता है। विशेषकर के जो लोग आपकी प्रेम को ना पहचानते हुए संसार की विषय वस्तुओं से प्रेम रखते हैं। उन लोगों को क्षमा करें और उनके जीवन की अंधेरापन को दूर हटा कर आपकी असीम प्रेम को जानने के लिए शक्ति प्रदान करें। उन लोगों को भी करुणा, कृपा और चंगाई प्रदान करें जो लोग कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहे हैं। महामारी से परेशानियां मिल रही है। महामारी के समय में उनके जीवन में जो संकट आ रही है, उनके लिए उन पर दया दृष्टि करें और आशीष, कृपा प्रदान करके सुरक्षित रखने की कृपा करें। मैं यह निवेदन सर्वशक्तिमान पीता आपके पुत्र यीशु के नाम से मांगता हूं। आमीन।।

God bless you for reading continue.

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