यीशु जीवित है | परमेश्वर का सामर्थ भरा वचन

प्यारे दोस्तों इस संसार भी एक अजीब सा जीवन चक्र से बंधा हुआ है। आम जनता से लेकर इस धरती में राजा महाराजा तक जन्म लिया है। ना जाने कितने शूरवीर, कितने ही powerful लोग भी जन्म लिए हैं। परंतु वे सोब लोग मर गए, मिट गए उसका गवाह भले ही इतिहास में दर्ज है। यह बात मनुष्यों के लिए सही बैठता है, की जन्म लिया है तो मृत्यु भी अवश्य ही होगी।

आज मैं उस जिंदा प्रभु के बारे में बात कर रहा हूं। जोकि दो हजार बीस साल पहले इस जगत में जन्म लिये थे। संसार ने उसे नहीं पहचाना, क्योंकि वह संसार के नहीं थे। वह ईश्वर के वचन बनकर आए थे।

योहन : एक अध्याय का एक वचन में लिखा है। आदि में वचन था, वचन ईश्वर के साथ था, और वही वचन ईश्वर था।

वह और कोई नहीं बल्कि प्रभु यीशु मसीह हैं। वह वचन तथा कर्म से, चिन्ह और चमत्कार दिखाकर इस संसार में परमेश्वर होने का पुख्ता प्रमाण दिए थे। वह जन्म से अंधे को दृष्टि शक्ति प्रदान किए थे। लंगड़ा को चलाए थे। गूंगे को बोलने की वाणी दिए थे। मृतकों को जीलाए थे। लाजरूस जोकि बेथानिया का निवासी था, मरने का चार दिन बाद भी प्रभु यीशु उनको जीवित कर दिए थे। इस प्रकार की आश्चर्य काम क्या मनुष्य कर सकता है? हां वह मनुष्य चमत्कार कर सकता है जो जीवन भर निष्कलंक और निष्पाप हो। पर बिना पाप किए हुए कौन ऐसा मनुष्य है, जो इस धरती पर रह सकता है। आप का भी जवाब होगा कि कोई भी ऐसा मनुष्य नहीं होगा, जिसने एक भी पाप ना किया हो। क्योंकि आंख खुली हो या बंद हो लोग पाप करते हैं। साधारण मनुष्यों के वश में नहीं है कि वह पाप से बच सके। क्योंकि पाप ही मृत्यु का प्रमुख कारण है।

यहां पर बात हो रहा है जीवित होने के बारे में। आप लोग जो इतिहास पढ़ते हैं। लोगों का जीवित रहने तक का ही लिखा हुआ इतिहास पढ़ते हैं। परंतु मरने के बाद का इतिहास आप लोगों ने नहीं पढ़ा होगा। मरने के बाद वह ऐसा काम किया, वैसा काम किया, मरने के बाद वह जिंदा हुआ। इस प्रकार की इतिहास आप नहीं पढ़े होंगे। परंतु बाईबल बताती है कि प्रभु यीशु मरने के तीसरे दिन बाद भी जिंदा हो गये थे। क्योंकि वह ईश्वर थे। प्रभु यीशु मरने से पहले भी उनके चेलों को बताए थे, कि मैं तीसरे दिन के बाद जी उठुंगा‌। भले ही उस समय उनके चेलों ने इस बात को समझ नहीं पाय थे। परंतु जब जी उठने के बाद उनको दर्शन दिए, तब जाकर उन्हें ये बात समझ में आई कि प्रभु यीशु सच बोले थे।

प्रभु यीशु जीवित होने का प्रमाण उनके चेलों को बहुत बार दिये थे। प्रभु यीशु क्रुस में मरने के तीसरे दिन बाद अर्थात सप्ताह के प्रथम दिन मरियम मरगदलेना जब भोर को प्रभु यीशु के कब्र के पास गई तो क्या देखती है, की कब्र खुला हुवा और उसमें प्रभु यीशु का शव नहीं था। वह तुरंत जाकर पेत्रुस और योहन को बताती है, कि प्रभु यीशु कब्र में नहीं है। उसके बाद सिमन पेत्रुस और योहन कब्र के अंदर जाकर देखते हैं, और फिर वापस चले जाते हैं। परंतु मरियम कब्र के पास रोती रहती है। जब उसने कब्र की अन्दर झुक कर देखती है, तो उसे कब्र के अंदर दो स्वर्ग दूत एक सिरहाने और एक पैताने दिखाई देते हैं। वे कहते हैं, भद्रे! आप क्यों रोती हैं। वह कहती हैं, मेरे प्रभु को कोई उठा कर ले गया है। जब वह यह कहकर मुड़ी ही थी कि प्रभु यीशु को वहां पर देखा। प्रभु यीशु ने कहा भद्रे! आप क्यों रोती हैं? आप किसे ढूंढती हैं? परंतु वह उन्हें पहचान नहीं सकी और माली समझकर कहा महोदय, अगर आप उन्हें उठाकर ले गए हैं तो मुझे बता दीजिए, मैं उसे ले जाऊंगी। तब प्रभु ने उसे कहा मरियम! मरियम प्रभु की स्वर पहचान कर इब्रानी में कहा रब्बूनी, अर्थात गुरुवर। प्रभु यीशु कहते हैं, चरणों में लिपट कर मुझे मत रोको। क्योंकि मैं अभी तक पिता के पास नहीं गया हूं। मेरे भाइयों के पास जाकर कहो, कि मैं अपने पिता और तुम्हारे पिता के पास ऊपर जा रहा हूं। फिर उसी दिन संध्या के समय में प्रभु यीशु चेलों को दर्शन देकर बोले तुम्हें शांति मिले। और उसके बाद उन्हें उनके हाथ और बगल दिखाए ।उस समय उनके बीच थोमस नहीं था। जब चेलों ने थोमस को कहा कि हमने प्रभु को देखा है। उसने उत्तर दिया, ”जब तक मैं उनके हाथों में कीलों का निशान न देख लूँ, कीलों की जगह पर अपनी उँगली न रख दूँ और उनकी बगल में अपना हाथ न डाल दूँ, तब तक मैं विश्वास नहीं करूँगा। आठ दिन बाद जब प्रभु यीशु फिर उनके बीच में आकर कहते हैैं, तुम्हें शांति मिले। तब उन्होने थोमस से कहा, ”अपनी उँगली यहाँ रखो। देखो- ये मेरे हाथ हैं। अपना हाथ बढ़ाकर मेरी बगल में डालो और अविश्वासी नही,ं बल्कि विश्वासी बनो।”तब थोमस ने कहा, मेरे प्रभु! मेरे ईश्वर। ईसा ने उस से कहा, ”क्या तुम इसलिये विश्वास करते हो कि तुमने मुझे देखा है? धन्य हैं वे जो बिना देखे ही विश्वास करते हैं।”

पवित्र लोगों का धीरज इसी में है, जो परमेश्वर की आज्ञाओं को मानते, और यीशु पर विश्वास रखते हैं॥

प्रकाशित वाक्य 14:12

तीसरी बार प्रभु उनके चेलों को तिबेरीयस की समुद्र के पास दर्शन देते हैं।। पेत्रुस, थोमस, नथानायेल, योहन और याकूब तथा अन्य दो शिष्य मछली पकड़ने गए थे। परंतु उन्हें रात भर एक भी मछली नहीं मिला। तब प्रभु यीशु ने उनको किनारे पर दिखाई दिए। और कहा बच्चों खाने को कुछ मिला। उन्होंने जवाब दिया कुछ भी नहीं। तब प्रभु यीशु ने कहा, नाव की दाहीनी और जाल डालो, और तुम्हें मछली मिलेगा। उन्होंने जाल डाला और इतनी मछलियां फस गई की उनको जाल निकाल ने में दिक्कत आ गई। क्योंकि उसमें एक सौ तीरपन बड़ी बड़ी मछलीयां थी। इतनी मछलियां होने पर भी वह जाल नहीं फटा। तब जिसे यीशु प्यार करते थे उस चेला ने सिमोन पेत्रुस से कहा यह तो प्रभु है। फिर सिमन पेत्रुस ने नाव से उतरकर प्रभु से मिलने किनारे चला जाता है। फिर प्रभु यीशु उन लोगों के साथ भोजन करते हैं। इस प्रकार प्रभु यीशु ने मरने के बाद जीवित होने का प्रमाण दिए थे। फिर प्रेरित अध्याय नौ वचन संख्या चार, पांच पर पौलुस को भी दर्शन देकर प्रभु कहते हैं । साउल साउल तुम मुझ पर अत्याचार क्यों करते हो। तब साउल पूछता है कि प्रभु आप कौन हैं। उतर मिलता है मैं प्रभु यीशु हूं, जिसे तुम सताते हो।

संसार पर जय पाने वाला कौन है केवल वह जिस का यह विश्वास है, कि यीशु, परमेश्वर का पुत्र है।1 यूहन्ना 5:5

प्रभु यीशु ने उनके चेलों को चालीस दिन तक विभिन्न स्थान पर दर्शन देकर उनको सामर्थ प्रदान करते रहे। जिससे उनके स्वर्ग जाने के बाद उनके चेले उनका बताया हुआ मार्ग के अनुसार लोगों को शिक्षा दे सके। आज पूरे विश्व में सबसे ज्यादा Christians लोग हैं। क्योंकि प्रभु यीशु की शिक्षा में संपूर्णता मिलती है। और आज ज्यादातर बड़े से बड़े लोग उनकी शिक्षा पर चलते हैं। प्रभु यीशु ने लोगों को छोटी-छोटी कहानी बता कर और उदाहरण देकर शिक्षा देते थे। जिससे लोगों को समझने में कोई परेशानी नहीं होती थी।

अगर आप विश्वास करते हैं, कि प्रभु जीवित है, तो आप भी उनके सामर्थ को देख पाएंगे। एक बार आप अपने हृदय के द्वार को उनके लिए खोल कर देखिए, आप अपने जीवन में परिवर्तन होता हुआ देख पाएंगे। क्योंकि वह जीवित है। अगर आप अपने सभी पापों को छोड़ देंगे, तो वह आपके जीवन में काम कर सकता है। आपके सब दोष दुर्बलताओं को बीमारी और समस्याओं को अपने ऊपर ले सकता है। क्या आप तैयार हैं। देर मत कीजिए। वक्त किसी का इंतजार नहीं करता। प्रभु जानते है की आप उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। वह आपको अपनाना चाहता है। वह आपको हर समस्याओं से आजाद करना चाहता है। क्या आप चाहते हैं, कि प्रभु आपको blessings प्रदान करें। तो आइए प्रार्थना करते हैं।

सर्वशक्तिमान प्रभु यीशु पिता इस वक्त सबसे ज्यादा लोग लोग coronavirus महामारी से पीड़ित हैं। जो कोई भी इस लेख को पढ़कर विश्वास कर रहा है, की आप जीवित हैं। उनके जीवन से coronavirus महामारी का डर संपूर्ण रूप से दूर हो जाए। उनके जीवन में आपका सामर्थ प्रकट हो जाए। चाहे वे लोग जिस भी परिस्थिति में क्यों ना हो उनको स्पर्श कीजिए, चाहे उनके जीवन में किसी प्रकार के भी पाप हो तो उनको क्षमा करने की कृपा कीजिए प्रभु। जिससे वह भी आप की महिमा कर सके। आपके नाम की स्तुति कर सके। आपकी जय-जयकार कर सके। यह छोटी सी नीवेदन आपके चरणो में करता हूं पिता। मेरी प्रार्थना को सुनकर उन लोगों को दया दृष्टि कीजिए। आमीन।।Thanks for reading…..

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