What is salvation-उद्धार का मतलब क्या है?
उद्धार कहने का मतलब, हम बचाव, आजादी या छुटकारे को समझ सकते हैं। परंतु क्यों आपको उद्धार या छुटकारे की जरूरत है? मान लीजिए आपकी गाय हो या बैल किसी गड्ढे पर गिर जाए, और उसको वहां से निकालने के बाद लोग कहते हैं, गाय, बैल का उद्धार किया गया, या बचाया गया। परंतु आज हम, लोगों की पाप के उद्धार के बारे में बात करेंगे। लोगों का, पाप से छुटकारे के बारे में बात करेंगे।
अगर आप एक पापी हैं, और चाहे आप तन, मन और दिमाग से क्यों ना पाप करते हैं। अगर आप को salvation चाहिए, तब प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करें। विश्वास करने से आपको पाप से उद्धार मिलेगा। पाप से छुटकारा मिलेगा।
प्रेरितों के काम 16:31 वें वचन में लिखा है। उन्होंने कहा, प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास कर, तो तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा।
अगर आप एक प्रभु विश्वासी हैं, तब प्रभु आपको बचाने के साथ-साथ आपके परिवार को भी बचाएगा। पाप एक बंधन है। पाप लोगों को जकड़ के रखता है। एक बार जब लोग पाप के आदी हो जाते हैं, तब वे बार-बार पाप करते रहते हैं। क्यों, इसका कारण क्या है, की लोग बार बार पाप करते हैं? पहला बात लोगों को पता नहीं है कि, पाप क्या है! दुसरा, पाप लोगों को इस कदर बांध लेती है, की वहां से निकलना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन हो जाता है। आपके ना चाहते हुए भी जब आपसे पाप हो जाता है। तब आपको समझना चाहिए, कि पाप आपको कैद कर लिया है। आपको उद्धार की आवश्यकता है।
आपको उद्धार कैसे मिलेगा?
रोमियो 10:9 में लिखा है, कि यदि तू अपने मुंह से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करे और अपने मन से विश्वास करे, कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो तू निश्चय उद्धार पाएगा।
जो कोई यीशु को अपने मन से विश्वास करे और मुंह से बोले की वह प्रभु है, जिसको परमेश्वर पुनर्जीवित किया है। तब वह उद्धार पाएगा। क्योंकि प्रभु यीशु के नाम में उद्धार है। यीशु नाम में छुटकारा मिलता है। यीशु नाम में चंगाई मिलती है। यीशु नाम में जीवन मिलता है।
तब आप पुछेंगे यीशु कौन है, जो उन्हें विश्वास करने से हमें उद्धार मिलेगा?
रोमियो 10:13 में लिखा है, क्योंकि जो कोई प्रभु का नाम लेगा, वह उद्धार पाएगा।
यूहन्ना 4:42 में लिखा है, जब लोग सामरी स्त्री के कहने से ही नहीं, बल्कि प्रभु यीशु के वचनों को सुन के कहते हैं, कि यह सचमुच में जगत का उद्धारकर्ता है। क्योंकि प्रभु यीशु की शिक्षा में जीवन का उद्धार है।
फिर यशायाह 43:11 में लिखा है, मैं ही यहोवा हूं और मुझे छोड़ कोई उद्धारकर्ता नहीं।
देखिए, किसी को भी बचाने का सामर्थ किसके पास है? निश्चय ही वह परमेश्वर के पास है। सारी सृष्टि को जो बना सकता है, वह उद्धार भी दे सकता है। आपको बचा सकता है, आपको छुड़ा सकता है। आपको पाप से छुटकारा दे सकता है। कोई भी मनुष्य पाप से छुटकारा दे नहीं सकता। परंतु वह सामर्थ परमेश्वर के पास है। वह आपको salvation दे सकता है।
Pray
सर्वशक्तिमान पिता, करुणा का सागर प्रभु आपको धन्यवाद करता हूं कि आपने सुन्दर समय हमें दिया है। पिता परमेश्वर जिन्हें उद्धार चाहिए, उन्हें उद्धार किजिए। जिनको चंगाई चाहिए उन्हें, चंगाई दिजिए। जिनको आशीष चाहिए उन्हें आशीष प्रदान कीजिए। जिनको दया की आवश्यकता है उन्हें दया कीजिए। आपके नाम की स्तुति के लिए, उन लोगों के अपराध को क्षमा करके पाप से उद्धार कीजिए। सर्वशक्तिमान पिता परमेश्वर आपकी स्तुति और महिमा और वंदना युगानुयुग सदा होती रहे। आमीन।।