Merry Christmas Happy Christmas यीशु का जन्म 2021

Merry Christmas Happy Christmas आप सबको बहुत बहुत बधाई हो। दोस्तों आपको यह कैसा सौभाग्य मिला है, कि परमेश्वर ने आपको अपने सहभागिता में बुला लिया है। क्योंकि ( लूका 10:24 ) की वचन में प्रभु यीशु चेलों को कहते हैं, जिसे तुम देख रहे हो और जिस वचन को सुन रहे हो, उसे भविष्यद्वक्ताओं और राजाओं ने भी, देखना और सुनना चाहा, पर देख और सुन नहीं पाए। क्योंकि परमेश्वर जिसे चाहता है, उसे अपना सानिध्य प्रदान करता है। हमें प्रभु की ओर से यह कृपा मिला है। इसलिए आज हम प्रभु यीशु की जीवित वचन को पढ़ और सुन रहे हैं।

यीशु का जन्म क्यों हुआ था?

Merry Christmas दोस्तों! वचन को जरा ध्यान से पढ़िएगा। क्योंकि जब से परमेश्वर के द्वारा मनुष्य जाति की सृष्टि आदम और हव्वा के रूप में हुई थी, तब से लेकर आज तक मनुष्य कभी सुधरा नहीं है। बल्कि मनुष्य धार्मिकता का मुखौटा पहन कर पाप पर पाप किए जा रहा है। प्रथम पीढ़ी के लोगों की पाप का चरम सीमा इतनी बढ़ गई थी, कि परमेश्वर को पहले सृष्टि की मनुष्य को, जल से विनाश करने का निर्णय लेना पड़ा था।

उस समय केवल और केवल नूंह की परिवार को ही बचाया गया था। क्योंकि नूंह और उसके परिवार को छोड़कर कोई भी मनुष्य धर्मि नहीं था। ( उत्पत्ति 6:6 ) की वचन कहता है, कि मनुष्य को बनाने से परमेश्वर को बहुत दुख हुआ था। इसलिए परमेश्वर प्रथम पीढ़ी के लोगों को जल-प्रलय से विनाश कर दिया था।

पर जल-प्रलय के पश्चात संसार में फिर पाप बढ़ गया। जिसे आप लोग अपने आंखों से देख रहे हैं, कि संसार में किस प्रकार पाप हो रहा है।। दोस्तों Merry Christmas का यह संदेश पर जरा ध्यान दीजिएगा। क्योंकि मैं यह रट लगा कर बार-बार नहीं कहूंगा कि यीशु मसीह मनुष्य जाति की उद्धार के लिए आए थे। मेरा मतलब जो विश्वास करेगा उसी का उद्धार होगा।

पर मैं यह भी कहना चाहता हूं, कि परमेश्वर ने मनुष्य को जल-प्रलय जैसा महा दंड से बचाने के लिए एक अवसर ले कर आए थे।। क्योंकि परमेश्वर ने देखा की जल प्रलय के विनाश के पश्चात भी मनुष्य का स्वभाव ज्यों का त्यों रहा। मनुष्य पाप पर पाप करते रहा। इसलिए परमेश्वर ने जैसे क्षण भर में जल-प्रलय से सारी सृष्टि का विनाश कर दिया था। वैसे ही एक बार पाप से फिरने और पश्चाताप करने का अवसर देने के तौर पर प्रभु यीशु मनुष्य के रूप में जन्म हो कर, सारी दुनिया के सामने दीन बन कर अपना महा प्रेम को प्रगट किया है।

उनका प्रेम यह है, कि उसके पास सामर्थ हो कर भी निर्बलों की तरह क्रुस मरण को स्वीकार कर लिया था। पर मनुष्य परमेश्वर की इस महान प्रेम की शिक्षा को समझने में गलती कर रहा है। परमेश्वर सब कुछ समय के अनुसार करते हैं। जैसे बारिश का समय, ठंड का समय, गर्मी का समय निर्धारित किए हैं। वैसे ही मनुष्य को इस समय मन फिराने, पश्चाताप करने और पाप को छोड़ने का अवसर मिला है।

पर सोचने वाली बात यह है, कि वह चाहता तो दंड देकर बाध्यता पूर्वक मनुष्य को अपने आज्ञा मानने और पाप छोड़ने को मजबूर कर देता। क्योंकि परमेश्वर सर्वशक्तिमान है, वह जो चाहे वह कर सकता है। मनुष्य उसके सामने कुछ भी नहीं है। पर उसने लोगों को एक अवसर दिया है। इसलिए ( इफिसियों 5:16 ) की वचन भी कहता है, अवसर को बहुमूल्य समझो। क्योंकि न्यूज़ में समाचार में चारों तरफ मनुष्य के बुराई की ही चर्चा होती रहती है, पर सत्य की बातें कम दिखाई जाती है। परन्तु बुद्धिमान व्यक्ति वह है, जो समय रहते ही पश्चाताप कर ले और परमेश्वर की आज्ञाओं को मानकर सत्य पर चलने लग जाए।

Merry Christmas दोस्तों, यदि कोई पापमय जीवन गुजारते हुए, Christmas मना कर आनन्दित होने से ज्यादा बेहतर यह है, कि लोग पश्चाताप करें, और पाप को छोड़कर आत्मिक जीवन जिएं। क्योंकि प्रभु यीशु का जन्म इसलिए ही हुआ है, कि लोग पश्चाताप करें पापों छोड़े और सत्य की मार्ग पर चलते रहें। तब परमेश्वर की ओर से आने वाली महा दंड से बचने में कामयाब हो सकते हैं।

Merry Christmas

Happy Christmas क्यों कहते हैं?

यह तो सबको पता है, कि Happy Christmas कह कर लोग क्रिसमस का शुभकामनाएं एक दूसरे को देते रहते हैं। लोग Phone पर WhatsApp, Facebook और किसी भी प्रकार की social media platform पर, या किसी से मिलने पर Happy Christmas, Merry Christmas कहते रहते हैं। पर जिसे आप क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हैं, क्या वह व्यक्ति इसका योग्य है। पर मैं यह कहता हुं, कि वह व्यक्ति क्रिसमस की शुभकामनाएं पाने के योग्य हो या ना हो, पर शुभकामनाएं देने वाले व्यक्ति को पहले इस योग्य बनना चाहिए, कि वह दुसरे को Happy Christmas, Merry Christmas कह कर क्रिसमस की शुभकामनाएं दे सकें।

क्योंकि यदि कोई प्रभु यीशु की जन्म पर किसी व्यक्ति को क्रिसमस की शुभकामनाएं दे रहा है, तो उसे भी तो बनता है, कि वह पवित्र और निष्कलंक जीवन गुजारे। वरना जरा सोच कर देखिए, कि Happy Christmas, Merry Christmas कहना उस व्यक्ति के लिए, दिखावा ही होगा। है न!

निष्कर्ष

मैं उम्मीद करता हूं, कि इस लेख को पढ़कर आप प्रभु यीशु की जन्म संदेश को अच्छी तरह समझ गए होंगे। जिससे अगले बार आपको Happy Christmas, Merry Christmas कहने में कोई दिक्कत नहीं होगी। मैं चाहता हूं, कि लोग आधा-अधूरा मसीही न बन कर सम्पूर्ण मसीही बने। Happy Christmas, Merry Christmas, God bless you. धन्यवाद।।

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