Good Teacher अच्छे गुरु
संसार में अच्छे और बुरे दो प्रकार के लोग रहते हैं। अच्छाई से चलने वाले लोग हमेशा अच्छी शिक्षा को प्राप्त करना चाहते हैं। उनके बाल बच्चों को भी वे सही शिक्षा देने की कोशिश करते हैं। उन लोग बुराई कि नहीं बल्कि भलाई की सोचते हैं। परंतु इसके विपरीत जो लोग बुरे काम और बुरी चीजों को पसंद करते हैं, वे भलाई की बात से दूर रहते हैं। अच्छी बात उनको बुरी लगती है। वे सच्चाई से दूर रहते हैं और सच्चाई को जानना नहीं चाहते। क्योंकि बुराई करने वालों की दुश्मन सच्चाई है। अच्छे गुरु की शिक्षा बुरे लोगों को अच्छी नहीं लगती।
Today Bible verses
3 यूहन्ना 1:11वां वचन में लिखा है, हे प्रिय, बुराई के नहीं, पर भलाई के अनुयायी हो, जो भलाई करता है, वह परमेश्वर की ओर से है; पर जो बुराई करता है, उस ने परमेश्वर को नहीं देखा।
वचन कहता है आप किस का अनुयायी बनना चाहते हैं? बुराई की या फिर अच्छाई की। अर्थात बुराई और भलाई में से आप किसका शिष्य बनना चाहते हैं? आप किसको चुनना चाहते हैं? परमेश्वर आपके सामने दो प्रकार कि चुनाव रख दि है। चुनना करना आपका काम है। भलाई की शिष्य बनेंगे, अर्थात भलाई को चुनेंगे, तो आपको जीवन मिलेगा। बुराई को चुनेंगे, बुराई की शिष्य बनेंगे, बुराई को अपना गुरु बनाएंगे, तो आप अपने जीवन में सुख, चैन और अमन को खो देंगे। हमेशा अच्छे गुरु चुने। इस से आपको आत्मिक ज्ञान प्राप्त होगा।
क्या आपको कभी एहसास हुआ है, कि जब आप गलत काम करते हैं, तब आपका दिन खराब चलता है? तब आप को समझना चाहिए, की आप का सुधरने की वक्त आ गया है। अगर आप समय रहते ही ना सुधरे, तब आपके जीवन में गलत होने से कोई नहीं रोक सकता है। अच्छी शिक्षा के बिना लोग बिन चरवाहे की भेड़ की तरह होते हैं। इसलिए आपको अच्छे गुरु की आवश्यकता है। नहीं तो अंधा गुरु बहरा चेला जैसा कहावत आपके जीवन में चरितार्थ होगा।
भलाई करने वाले लोग, भलाई सोचने वाले लोग और भलाई से चलने वाले लोगों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है। क्यों, इसका कारण क्या है? क्योंकि लोगों की उठना, बैठना, चलना, बोलना, सुनना, देखना, सोचना और काम में भी बुराई को अपना गुरुदेव बनाते हैं। अगर गुरु बुराई करने वाला हो, तब चेला कैसे अच्छा बनेगा। आम का पेड़ से क्या कटहल मिलता है। इसलिए आप परख कर गुरु बनाएं। वरना बुराई का दुकान की कमी नहीं है। एक बात याद रखें खरा सोना जल्दी नहीं मिलता। क्योंकि उसकी कीमत ज्यादा है।
यहूदा इस्कोरियोती को देखिए, वह प्रभु यीशु के चेला होकर भी, लालच करना नहीं छोड़ा। अगर आपका गुरु अच्छा भी हो, तो कभी-कभार ऐसा होता है, कि लोग परिवर्तन होना नहीं चाहते। बुराई को अर्थात शैतान को अपना गुरुदेव बनाते हैं। परंतु जिसके पास अच्छे और बुरे का ज्ञान हो, तो वह समझ जाता है कि उसको शिक्षा देने वाला कैसा है। उन लोगों की तरह ना बने, जो लोग बुराई करने वालों का साथ देते हैं। बुराई का साथ देने वाला, बुराई करने वालों से ज्यादा दोषी और पापी होता है। इसलिए पाप को अपना साथी ना बनाएं।
कोई जानबूझकर कीचड़ को अपना शरीर में नहीं लगाता।कीचड़ गलती से लोगों के शरीर में लग जाता है। जैसे कीचड़ लगने पर लोग अपना शरीर को धोते हैं, वैसे ही आप भी बुराई को छोड़कर भलाई को धारण करें। इसी में आपकी भलाई है। आपकी अच्छी आचरण से लोगों को सिखने के लिए ज्ञान मिलेगा। इसलिए अच्छे गुरु चुने और अच्छी शिक्षा प्राप्त करके अच्छी तरह जीवन गुजारे।
Pray
महा पवित्र प्रतापी सर्वशक्तिमान प्रभु, आप ही लोगों को अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, इसलिए आप प्रभु और गुरु भी हैं। आपकी शिक्षा को अच्छी तरह समझ कर उसके अनुसार चलने के लिए लोगों को शक्ति प्रदान करें। आपकी शिक्षा में अनंत जीवन मिलता है, इसलिए लोगों को समझ का ज्ञान प्रदान करें। संसार में जितने भी शिक्षक और गुरु हैं, उनको आपकी सही शिक्षा की ज्ञान प्रदान करें। क्योंकि गलत शिक्षा लोगों को गुमराह कर सकता है। आप कभी नहीं चाहते कि आप के लोग गलत शिक्षा पाएं। इसलिए आप कृपा प्रदान कर के लोगों पर आशीष और दया करें। मेरा यह निवेदन स्वीकार करके स्वर्ग राज्य में ग्रहण करने की कृपा करें। आमीन।।
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