रोमियो अध्याय 15:1-33 biblevachan.com
¹¹ और फिर हे जाति जाति के सब लागो; प्रभु की स्तुति करो; और हे राज्य राज्य के सब लोगो; उसे सराहो।
¹¹ और फिर हे जाति जाति के सब लागो; प्रभु की स्तुति करो; और हे राज्य राज्य के सब लोगो; उसे सराहो।
¹¹ क्योंकि लिखा है; कि प्रभु कहता है; मेरे जीवन की सौगन्ध कि हर एक घुटना मेरे साम्हने टिकेगा; और हर एक जीभ परमेश्वर को अंगीकार करेगी।
⁷ इसलिये हर एक का हक चुकाया करो; जिसे कर चाहिए, उसे कर दो; जिसे महसूल चाहिए; उसे महसूल दो; जिस से डरना चाहिए; उस से डरो; जिस का आदर करना चाहिए उसका आदर करो॥
¹⁵ आनन्द करने वालों के साथ आनन्द करो; और रोने वालों के साथ रोओ।