लोगों के जीवन की 3 बड़ी गलती के बारे में सबको जानना अनिवार्य है। क्योंकि इन गलतियों की वजह से मनुष्य समाज को अगले पीढ़ी में इसकी दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि इसका विकिरण इतना बढ़ चुका होगा कि लोगों को समझाना मुश्किल हो जाएगा। क्या आप इसे जानना नहीं चाहेंगे? हो सकता है आप भी इस तरह की गलतियां कर रहे होंगे, जिसे जानने से आपके जीवन में कुछ बदलाव आ सके। क्योंकि अंधियारे को उजाला मैं बदलने के लिए एक माचिस की तीली काफी है। अगर आप खुद के जीवन में उजाला लाना चाहते हैं, तो इसे जरूर पढ़ें। क्योंकि ज्ञान मनुष्य को सबसे आगे रखता है।
गन्दी बात लोगों के जीवन की 3 बड़ी गलती में से एक है
आजकल लोगों के द्वारा बातों बातों में, गन्दी शब्द का इस्तेमाल इस तरह किया जा रहा हैं, जैसे कि कोई गोल्ड मेडल जीतने की कम्पिटीशन चल रहा हो। एक दोस्त दुसरे दोस्त से बात करने के समय, कहीं पर लोग इकट्ठा होने पर, हाल-चाल पूछने के वक्त भी गन्दी शब्द को बोलना लोगों के लिए साधारण बात हो चुकी है। ऐसे भी लोग हैं, जो कि गालियां शब्द से होने वाली हंसी मजाक को सुनकर आनंदित होते हैं। क्या आप जानते हैं, कि मनुष्यों के मुख से निकलने वाली बात लोगों पर प्रभाव छोड़ता है। जी हां! अगर गंदी बात लोगों के बीच में बार बार बोला जाए, तो सुनने वाले लोग भी गंदी बात बोलेंगे। (इफिस्सियों 4:29) परंतु अच्छी बात से लोग, अच्छाई का अनुसरण करते हैं।
लोग झूठ बोलकर सच्चाई के ऊपर पर्दा डालने की कोशिश करते हैं
लोग झूठ पर झूठ बोल कर इस तरह गलती करके सोचते हैं, कि उन्होंने सच्चाई पर काला कपड़ा ढक दिया है। अरे मूर्खो भले ही सच्चाई पर झूठ का पर्दा जितनी भी डाल दिया जाए, फिर भी सच सामने आ ही जाती है। भले ही बच्चे माता-पिता से, दोस्त दोस्तों से, कर्मचारी मालिक से और मनुष्य ईश्वर से चाहे जितनी भी बार झूठ बोले, परंतु लाख चाह कर भी सच्चाई के ऊपर झूठ हावी नहीं हो सकता। मनुष्य सोचता है, कि झूठ बोलकर वह दूसरे को गुमराह कर रहा है, परंतु इसकी अंदाजा उसे नहीं है, कि वह दूसरे को नहीं, बल्कि खुद को धोखा देता है। भजन संहिता 101:7 कहता है, कि छल करने वाले और झूठे लोगों का स्थान घर के अंदर नही।
अपमानित करना
संसार में लोग दिन वो दिन जितनी तरक्की कर रहे हैं, उतना ही बड़ों को आदर और सम्मान देना भूल जा रहे हैं। पहले दोनों हाथ जोड़ कर नमस्कार किया करते थे, फिर एक हाथ से नमस्ते करने लगे और वर्तमान लोग अपने से बड़े को, नमस्कार करने के लिए लज्जा का अनुभव करते हैं। भले ही लोग उच्च शिक्षित होने का दावा करते हैं, परंतु अपने से बड़ों को सम्मान के बदले अपमान करते हैं। क्योंकि मानवता की शिक्षा से वे कोसों दूर चले जा रहे हैं। आम तौर पर देखा जाए, तो लोगों के जीवन का 3 बड़ी गलती में से यह भी एक बड़ी भूल है। लिखा है, सम्मान चाहते हो, तो सम्मान करो। लूका 6:31
निष्कर्ष
उपरोक्त बातों से पता चलता है, कि संसार के लोग किस दिशा की ओर आगे बढ़ रहे हैं। क्या सबसे बुद्धिमान कहलाने वाले मनुष्य, कुदरत के द्वारा बनाई गई सुंदर संसार को गाली, अथवा गन्दी शब्दों से भरना चाहता है। फिर क्या कुदरत की सच्चाई को मनुष्य अपने झूठी बातों या झूठे चाल चलन से दबाना चाहता है? और अपने से बड़ों को सम्मान न दे पाना, समाज में मनुष्य को किस दिशा की ओर ले जा रही है, इसके बारे में अवश्य, सबको ज्ञात होना चाहिए। क्योंकि समझदार लोगों को समझने में देर नहीं लगती। अगर इसे पढ़कर लोगों के जीवन की 3 बड़ी गलती का एहसास हुआ हो तो धन्यवाद।
God bless you for reading to continue…