बाइबल वचन आशीष संदेश ²² फिर यहोवा ने मूसा से कहा,²³ हारून और उसके पुत्रों से कह; कि तुम इस्त्राएलियों को इन वचनों से आशीर्वाद दिया करना कि;
²⁴ यहोवा तुझे आशीष दे और तेरी रक्षा करे
²⁵ यहोवा तुझ पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए; और तुझ पर अनुग्रह करे
²⁶ यहोवा अपना मुख तेरी ओर करे; और तुझे शांति दे।
²⁷ इस रीति से मेरे नाम को इस्त्राएलियों पर रखें; और मैं उन्हें आशीष दिया करूंगा॥ गिनती 6:22-27
बाइबल वचन आशीष संदेश।
लोगों को अपने बच्चे, सगे-संबंधियों को आशीष देते हुए; आप देखा और सुना भी होगा। जैसे कि खुशी से रहना; अच्छे से जाना; जीते रहना इत्यादि इत्यादि। परंतु आज का वचन में लिखा है; की आशीष यहोवा के नाम से देना चाहिए। क्योंकि यहोवा अर्थात ईश्वर की आशीष ना हो तो मनुष्य कुछ भी नहीं कर सकता। आशीष पाने का मतलब ईश्वर आप के साथ है।
यहां पर मैं एक बात बताना चाहता हूं; की लोगों का साथ पाने के बजाय ईश्वर की आशीष पाने के लिए चेष्टा करते रहना चाहिए। ईश्वर का आशीष हर प्रकार के स्राप को दूर करता है।
ईश्वर की आशीष।
दोस्तों ईश्वर की आशीष आपने आप नहीं मिलता! इस के लिए खुद को पाप से दूर रखना होगा। लोगों को दिखाने के लिए धर्म कर्म नहीं; परंतु ईश्वर की दृष्टि में भी धर्मी होना चाहिए। क्योंकि लोग किसी का भी मन की बात को जानते नहीं; परंतु ईश्वर जानता है। इसलिए हमेशा से एक बात का ध्यान रखें; कि कोई आपको गुप्त रूप से देख रहा है; और वह ईश्वर है।
क्योंकि वचन में लिखा है; “फिर यहोवा की यह वाणी है, क्या कोई ऐसे गुप्त स्थानों में छिप सकता है, कि मैं उसे न देख सकूं? क्या स्वर्ग और पृथ्वी दोनों मुझ से परिपूर्ण नहीं हैं?” यिर्मयाह 23:24
ताकि लोग नहीं; पिता ईश्वर जो गुप्त में भी देखता है; की आप क्या क्या करते हैं? वह अच्छे कर्म पर आशीष देगा।
इसलिए पाप और बुराई को छोड़कर ईश्वर को प्रसन्न करने में लगे रहिए; जिससे आप जहां कहीं भी जाएंगे आशीष आपके पीछे पीछे आएगा।
God bless you for reading to continue.
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